शहर में लगातार बारिश के कारण सड़कों के गड्ढों की संख्या के साथ ही उनका आकार भी बढ़ गया है। नगर निगम को बारिश के कारण दोनों मिक्सर प्लांट को बंद करना पड़ा। पेच रिपेयरिंग (डामरयुक्त मटेरियल) कार्य में आए व्यवधान से गड्ढे नहीं भर पा रहे हैं।
कई जगह डामर की सड़क का सील कोट उखड़ने से उसका मटेरियल वाहन चालकों के लिए परेशानी बन गया है। बड़े-बड़े गड्ढों में दो पहिया वाहन चालक गिर कर चोटिल हो रहे हैं। पिछले तीन दिन में ऐसी घटनाओं में बढ़ोत्तरी हुई है। हालांकि नगर निगम का दावा है कि गड्ढे भरे जा रहे हैं।
बारिश थमने के तीन दिन बाद चालू होगा प्लांट
नगर निगम के पास दो मिक्सर प्लांट हैं। यहां पर जीरा गिट्टी खुले में पड़ी रहती है। बारिश के दौरान जीरा गिट्टी गीली हो जाती है। बारिश थमने के तीन दिन बाद सूखने पर जीरा गिट्टी का उपयोग किया जा सकता है। अधिकारियों का कहना है कि यदि दो दिन और बारिश नहीं हुई, तो प्लांट पुन: चालू हो जाएंगे। तब डामरयुक्त पेच रिपेयरिंग का काम शुरू हो सकेगा। निगम के पेच रिपेयरिंग कार्य के प्रभारी रोहित तिवारी का कहना है कि प्लांट दो दिन बाद चालू हो जाएगा।
इस रोड पर डामर कम गड्ढे ही गड्ढे नजर आ रहे हैं, जो हादसों का कारण बन रहे हैं
- ऊंट पुल से हुजरात मार्ग- ऊंट पुल के नीचे से निकलकर हुजरात पुल की तरफ जाने वाले मार्ग पर काफी गड्ढे हो चुके हैं।
- माधवनगर चौराहा- एजी पुल से माधवनगर चौराहे के बीच का रास्ते का सीलकोट निकल रहा है। यह मटेरियल सूखने पर दो पहिया वाहन चालकों को गिरा रहा है।
- नेशनल हाइवे से न्यू कलेक्ट्रेट मार्ग- इस मार्ग काे देखने वाला कोई नहीं है। यहां पर अनगिनत बड़े-बड़े गड्ढे हो गए हैं। गांव के लोग मटेरियल डालकर खुद सड़कों को ठीक कर रहे हैं।
- राम मंदिर चौराहा- बारिश की वजह से चौराहे के आसपास के मार्ग की सड़कों में कई जगह गड्ढे हो चुके हैं।
पार्षद गिरकर घायल
ऊंटपुल के नीचे से निकलकर हुजरात की तरफ जा रहीं पार्षद यामिनी और उनके पति नवीन परांडे सड़क के गड्ढे के कारण गिर पड़े। इससे पार्षद को चोट आई हैं। दोनों दो पहिया वाहन पर सवार थे।