मध्य प्रदेश के हर जिले में तेजी से एक के बाद एक प्राइवेट हॉस्पिटल खुलते जा रहे हैं.. लेकिन इन अस्पताल में मरीजों का इलाज तो हो जाता है..लेकिन ऑपरेशन (सर्जरी) या मरीज के हॉस्पिटल में भर्ती होने के दौरान फैलने वाले इंफेक्शन यानी संक्रमण को रोकने के कोई उपाय नहीं किए जाते ..जिस कारण ऐसे होस्पिलों में इंफेक्शन से लाखों मरीज प्रभावित होते हैं..और उनका हॉस्पिटल का खर्चा भी कई गुना बढ़ जाता है..ऐसे महत्वपूर्ण विषय को लेकर ग्वालियर के कैंसर चिकित्सालय एवं शोध संस्थान में 3 से 5 मई तक एक राष्ट्रीय स्तर की कॉन्फ्रेंस हॉस्पिटल इनफेक्शन कंट्रोल नाम से आयोजित की जा रही है.. इस कांफ्रेंस में ग्वालियर अंचल के सभी प्रमुख होस्पिलों के प्रतिनिधियों, पैरामेडिकल स्टाफ खासकर नर्सिंग और वार्ड बॉय तक को राष्ट्रीय स्तर की कॉन्फ्रेंस में इंफेक्शन से बचाव और मरीजों की सुरक्षा के बारे में जानकारी दी जाएगी.. कॉन्फ्रेंस के आयोजकों ने एक आंकड़ा पेश करते हुए कहा है कि हेल्थ केयर एसोसिएटेड इनफेक्शंस से एक वर्ष में 1 लाख से अधिक रोगी प्रभावित होते हैं ...जिसमें 18600 से अधिक रोगियों की मृत्यु MRSA जैसे सुपरबग से होने वाले गंभीर रोगों से हो जाती है ...यह तथ्य भी सामने आया है कि एक तिहाई हेल्थ केयर एसोसिएट इन्फेक्शन को रोका जा सकता है .. बहुत सारी गाइडलाइंस हेल्थ केयर इनफेक्शन कंट्रोल प्रैक्टिस और एडवाइजरी कमेटी ने इस बारे में बनाई भी हैं ।
बाइट- डॉ. बी आर,श्रीवास्तव
कॉन्फ्रेंस आयोजक