ब्रेकिंग न्यूज़

मुरैना में सिंधिया की शोक संवेदना: दिल्ली से मुरैना आए और व्यक्त किया भावुक भाषणप्रियंका गांधी वाड्रा ने मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस का घोषणा पत्र सेट किया, युवाओं, महिलाओं और किसानों पर रहेगा फोकसकश्मीर के इकलौते आइनॉक्स थिएटर में 'ओपनहाइमर' के पहले दिन के शोज़ हाउसफुल हो चुके हैंसूरत हाईकोर्ट ने आपराधिक मानहानि के मामले में उनकी सजा सपर रोक लगाने से इनकार कर दिया था।रानी लक्ष्‍मीबाई को किया प्रियंका गांधी ने किया नमन।शरद पवार को नागालैंड ने दिया झटका, 7 विधायकों ने दिया अजित पवार को दिया समर्थनदोस्त की मदद करना पड़ा भारी- दोस्त ने दोस्त को लगाया 13 लाख का चूनाकंपनी दिखाकर बैंक से 35 लाख का लोन लिया, फर्म का पैसा भी निकालामोदी सरनेम केस: गुजरात HC के आदेश के खिलाफ राहुल गांधी की याचिका पर सुप्रीम कोर्ट 21 जुलाई को करेगा सुनवाईभाई-बहन ने टीचर्स के अत्याचार की दुर्दशा को साझा किया: बोले - "सोनू सर ने हमें धमकाया था कि होमवर्क पूरा नहीं हुआ तो हमें छत से फेंक देंगे"

मंत्री का बड़ा बयान: जब उपचुनाव में नेता पुत्रों को टिकट मिला तो पार्टी की हार हुई

मंत्री का बड़ा बयान: जब उपचुनाव में नेता पुत्रों को टिकट मिला तो पार्टी की हार हुई
      GOONJ M.P News
जबलपुर. मध्य प्रदेश में उपचुनाव की सरगर्मी शुरू हो गई है। तीन विधासभा और एक लोकसभा सीट के लिए चुनाव होना है। टिकट के लिए मारामारी है और चर्चा नेता पुत्रों को टिकट देने की है। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार इस बीच प्रदेश के वरिष्ठ बीजेपी नेता और पीडब्लूडी मंत्री गोपाल भार्गव ने नेता पुत्रों को टिकट देने का विरोध किया है। गोपाल भार्गव का कहना है अमूमन उपचुनाव के परिपेक्ष में यह जरूरी नहीं कि किसी बड़े नेता के वारिस को ही टिकट देने पर जीत मिले। प्रदेश की 4 सीटों पर होने वाले उपचुनाव में टिकट के लिए बीजेपी और कांग्रेस दोनों में दावेदार कतार में लग चुके हैं। टिकट वितरण को लेकर खेले जा रहे इमोशनल कार्ड पर मंत्री गोपाल भार्गव ने कटाक्ष किया। उन्होंने कहा कि ऐसे कई उदाहरण रहे हैं, जिसमें यह देखा गया कि जब जब भी किसी बड़े नेता के या फिर विजयी रहे प्रत्याशी के वारिसों को उपचुनाव में टिकट दी गई तो हार का सामना करना पड़ा है। इसका ताजा उदाहरण आगर-मालवा में भी देखने को मिला है।.

News : Friday, 23 Jul 2021

एमपी में चल रही नर्सों की हड़ताल अवैध घोषित, हाईकोर्ट ने कहा- 24 घंटे में काम पर लौटें

एमपी में चल रही नर्सों की हड़ताल अवैध घोषित, हाईकोर्ट ने कहा- 24 घंटे में काम पर लौटें
             GOONJ M.P News
जबलपुर. मध्य प्रदेश में अपनी 12 सूत्रीय मांगों को लेकर हड़ताल कर रहे नर्सों को जबलपुर हाईकोर्ट ने अवैध घोषित कर दी है। नर्सों की हड़ताल के खिलाफ हाईकोर्ट में दायर याचिका पर सुनवाई के दौरान कोर्ट ने सख्त रुख अपनाते हुए नर्सिंग एसोसिएशन की हड़ताल को अवैध घोषित किया है। अदालत ने सभी नर्सों को 24 घंटे के अंदर काम पर वापस लौटने के निर्देश दिए हैं। इसके साथ ही हाईकोर्ट ने नर्सों की मांगों को लेकर भी सरकार को अहम आदेश देते हुए कहा है कि सरकार एक हाई पावर कमेटी को गठित करे, जो 1 माह के अंदर नर्सिंग एसोसिएशन की तमाम मांगों पर विचार करके फैसला ले। इस हाई पावर कमेटी में डायरेक्टर हेल्थ और वित्त सचिव समेत चार सदस्य शामिल होंगे।

News : Wednesday, 07 Jul 2021

प्रदेश समाचार

ट्रेंडिंग

इंदौर

भोपाल

ग्वालियर