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नदी में मिले सीएम शिवराज की संबल योजना के कार्ड, हितग्राही लाभ से वंचित

नदी में मिले सीएम शिवराज की संबल योजना के कार्ड, हितग्राही लाभ से वंचित
     GOONJ M.P News
दमोह, मध्य प्रदेश के दमोह जिले में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह की महत्वपूर्ण संबल योजना का मजाक उड़ाया जा रहा है। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार गत दिवस संबल योजना के कार्ड हितग्राहियों के पास न मिलकर नदी में मिले। इस खबर के बाद प्रशासनिक अधिकारियों के बीच हड़कंप मच गया। अधिकारी अब इस मसले की जांच कराने की बात कह रहे हैं। दमोह जिले में ग्राम पंचायत खुद ही हितग्राहियों को संबल योजना के लाभ से वंचित रख रही है। जिले के जबेरा जनपद पंचायत अंतर्गत परासई ग्राम पंचायत में श्रम विभाग द्वारा जारी संबल कार्ड हितग्राहियों को न देकर गांव से लगी हुई नदी में फेंक दिए गए। मामले का खुलासा तब हुआ, जब गांव का विजय गौड़ नहाने के लिए नदी में उतरा तो उसे नदी में संबल योजना के करीब 32 कार्ड मिले। ये संबल कार्ड 2018 में बनाए गए थे, विजय गौड़ ने सभी कार्डों को इकट्ठा किया और लोगों को दिखाए। विजय गौड़ ने बताया कि मैं जैसे ही नहाने नदी में उतरा तो किनारे पर मैंने कुछ कार्ड देखे, जब मैंने उनको गौर से देखा तो अचरज में पड़ गया। मेरे हाथ में संबल कार्ड थे, ये कार्ड हमारे श्रमिकों के लिए बहुत जरूरी हैं। इस मामले पर ग्रामीण पवन अहिरवार ने कहा कि हमारे द्वारा ग्राम पंचायत से संबल कार्ड मांगे गए थे, लेकिन पंचायतकर्मियों का कहना है कि उनके कार्ड नहीं बने, जबकि मेरी मां गौरा बाई अहिरवार का संबल कार्ड यहां नदी में पड़ा हुआ मिला। वहीं मौके पर मौजूद शैलेन्द्र रैकवार का कहना है कि उसके छोटे भाई की पत्नी रजनी रैकवार का संबल कार्ड यहां नदी में पड़ा हुआ मिला, जबकिए पंचायत से परिवार के संबल कार्ड मांगे गए थे, लेकिन दिए नहीं गए। मामले को लेकर दमोह जिले से मुख्य कार्यपालन अधिकारी अजय श्रीवास्तव ने कहा कि ये बेहद गंभीर मामला है। इस मामले की पूरी गंभीरता से जांच कराई जाएगी। दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा। गौरतलब है कि इस योजना को 2018 में शुरू किया गया था। कांग्रेस सरकार ने इस योजना पर रोक लगा दी थी, इसके बाद पिछले साल सितंबर में बीजेपी ने इसे फिर से एक्टिव किया।

News : Thursday, 15 Jul 2021

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